यहाँ सूरत में रहते हैं और हिंदी बोलते हैं? एविएशन ट्रेनिंग शुरू हो रही है।
सूरत में एविएशन इंडस्ट्री नए टैलेंट की तलाश में है। यदि आप हिंदी बोलते हैं और एक स्थिर नौकरी के साथ लंबी अवधि की संभावना चाहते हैं, तो एयरपोर्ट ऑपरेशंस आपके लिए सही रास्ता हो सकता है। सुलभ प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ, यह बढ़ते हुए क्षेत्र का पता लगाने और एविएशन में करियर की दिशा में पहला कदम उठाने का सही समय है।
हवाई अड्डों को नए कर्मचारियों की आवश्यकता क्यों है?
भारत में हवाई यातायात में प्रतिवर्ष 15-20% की वृद्धि हो रही है। नए हवाई अड्डों का निर्माण और मौजूदा एयरपोर्ट्स का विस्तार हो रहा है। कोविड के बाद एविएशन सेक्टर में तेजी से सुधार आया है और अब यात्री संख्या पहले से भी अधिक हो गई है। सूरत और आसपास के क्षेत्रों में नए रूट्स शुरू होने से ग्राउंड हैंडलिंग, सिक्यूरिटी, कस्टमर सर्विस और टेक्निकल सपोर्ट के लिए हजारों पदों पर भर्तियां हो रही हैं। एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार आने वाले पांच वर्षों में एविएशन सेक्टर में लगभग 10 लाख नई नौकरियां सृजित होंगी।
विमानन क्षेत्र में किन प्रकार की नौकरियों की अधिक मांग है?
एविएशन इंडस्ट्री में विभिन्न स्तरों पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। ग्राउंड स्टाफ की सबसे अधिक मांग है, जिसमें चेक-इन काउंटर, बैगेज हैंडलिंग, और कस्टमर सर्विस शामिल है। एयरपोर्ट सिक्यूरिटी गार्ड, रैंप एजेंट, और कार्गो हैंडलर्स के लिए भी अच्छे अवसर हैं। टेक्निकल साइड में एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, इंजीनियरिंग सपोर्ट, और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की नौकरियां उपलब्ध हैं। केबिन क्रू और फ्लाइट अटेंडेंट के पद भी लगातार खुल रहे हैं। सैलरी की बात करें तो शुरुआती पदों पर 18,000 से 25,000 रुपए मासिक मिलता है, जो अनुभव के साथ 50,000 रुपए तक पहुंच सकता है।
विमानन प्रशिक्षण कार्यक्रम आपको वास्तविक नौकरियों के लिए कैसे तैयार करते हैं?
एविएशन ट्रेनिंग प्रोग्राम्स व्यावहारिक और सैद्धांतिक दोनों पहलुओं पर फोकस करते हैं। इंडस्ट्री-स्टैंडर्ड उपकरणों पर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग दी जाती है। एयरपोर्ट ऑपरेशन्स, सेफ्टी प्रोसीजर, कस्टमर हैंडलिंग, और इमरजेंसी रिस्पांस की विस्तृत जानकारी दी जाती है। ट्रेनिंग के दौरान रियल-टाइम सिमुलेशन और केस स्टडी के माध्यम से प्रैक्टिकल नॉलेज बढ़ाया जाता है। अधिकांश ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट्स का एयरलाइन्स और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के साथ टाई-अप होता है, जिससे प्लेसमेंट की गारंटी मिलती है। सर्टिफिकेशन कोर्स पूरा होने पर IATA या डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन से मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट मिलता है।
सूरत में एविएशन ट्रेनिंग की विशेषताएं क्या हैं?
सूरत में एविएशन ट्रेनिंग सेंटर्स हिंदी और गुजराती भाषा में कोर्स संचालित करते हैं। स्थानीय भाषा में ट्रेनिंग मिलने से समझना आसान हो जाता है। यहां के ट्रेनिंग प्रोग्राम्स को स्थानीय जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया गया है। सूरत के पास अहमदाबाद और मुंबई जैसे बड़े एविएशन हब होने से जॉब के अवसर भी अधिक हैं। ट्रेनिंग की अवधि 3 से 6 महीने तक होती है, जिसमें फुल-टाइम और पार्ट-टाइम दोनों विकल्प उपलब्ध हैं। फीस किफायती रखी गई है ताकि मध्यम वर्गीय परिवारों के युवा भी इसका लाभ उठ